Wednesday 7 July 2021

एक दूजे के लिए

मां_ पापा एक दुसरे के सपोर्ट सिस्टम के रूप में थे। पापा का कान खराब हुआ तो मां पापा के कान बन गई। पापा मां के विद्यालय के हर काम में सहयोग करते थे। दोनों एक दूसरे के बिना एक पल भी नही रहते थे। पापा के जाने के बाद टूट गईं थीं। तभी तो मेरे लाख कहने के बावजूद अपने घर में पापा के कमरे में ही रहने की जिद्द करती रहीं और पापा के ईश्वर के चरण में तीन साल भी नहीं हुए थे कि वह भी ईश्वर के चरण में उनके पास चली गईं।  
कैसे भुल सकता हुं वह घटना। पापा को hospital के  operation theatre से जब कमरे मे shift किया गया तो सिर्फ मैं कमरे में था । मां अस्वस्थता के कारण उस वक्त घर पर ही थीं। होश में आने के बाद सबसे पहले पापा ने मां के बारे में पूछा। उसके बाद हर दस मिनट के बाद मां के बारे मे पूछते रहे। कभी खिड़की से सड़क के तरफ़ झांकते तो कभी अपनी " मुनमुन " ( मेरी मां ) के बारे में नर्स और डाक्टर से पूछते और उन्हें बुलाने के लिए आग्रह करते। अंततः डाक्टर को मूझसे बोलना पड़ा कि मां को घर से बुलाना ही बेहतर होगा। मां अस्वस्थता की स्थिति में भी भागी हुई hospital आई। तब जा कर पापा के चेहरे पर मुस्कान और शकुन की झलक दिखा था।
सुनता आया हुं कि जब पति_पत्नी का चित्त एक दुसरे के लिए गति करता है तो वे एक दुसरे के प्रति प्रेम और अनुराग से भर जाते है तब वे इस जन्म में क्या अगले जन्म में भी अलग होना संभव नहीं होता। चित्त की वह गति ही पुनः एक कर देती है। यह सभी प्रकृति प्रदत्त ही होती है।
भगवान शिव अपनी पत्नी सती से इतना प्रेम करते थे कि उनके बगैर एक पल भी अलग नही रह सकते थे। इसी प्रकार माता सती भी अपने पति शिव से इतना प्रेम से भरी थीं कि अपने पिता के यज्ञ में 
अपने पति की अपमान सह नहीं सकी और आत्मदाह कर लिया। यह उनका प्रेम था जो फिर से पार्वती के रूप में शिव जी के पास आ गई। 
आज सात जुलाई  मेरे माता पिता की सालगिरह है। बेशक आज दोनों इस दुनिया में नही है लेकिन जो प्रेम और समर्पण मेरे माता पिता मे दिखा वह बहुत कम दिखने को मिलते है। उन्हें नमन 🙏🙏

2 comments:

  1. Brilliant Prashant…!! So emotional… May both of them enjoy togetherness for many such lufe cycles…

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  2. सचमुच पति-पत्नी का ये अनमोल रिश्ता प्रेम और समर्पण पर ही टिका है।
    Very beautifully expressed....Uncle & Aunty experienced this blissful togetherness which definitely was a blessing!

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